भारत की सबसे
महत्त्वपूर्ण नदी गंगा, जो
भारत और बांग्लादेश में मिलाकर २,५१० किमी की दूरी तय करती हुई उत्तरांचल में हिमालय से लेकर बंगाल की खाड़ी के
सुंदरवन तक विशाल भू भाग को सींचती है, देश की प्राकृतिक संपदा ही नहीं, जन जन की भावनात्मक आस्था का आधार
सिंधु पाकिस्तान की सबसे बड़ी नदी है। तिब्बत के
मानसरोवर के निकट सिन-का-बाब नामक जलधारा सिन्धु नदी का उद्गम स्थल है।
इस नदी की लंबाई प्रायः 2880 किलोमीटर है। यहां से यह नदी तिब्बत और कश्मीर के बीच बहती है।
ब्रह्मपुत्र एक नदी है। यह तिब्बत, भारत तथा बांग्लादेश से होकर बहती है। ब्रह्मपुत्र
का उद्गम तिब्बत के दक्षिण में मानसरोवर के निकट चेमायुंग
दुंग नामक हिमवाह से हुआ है।
इसकी लंबाई लगभग 2700
किलोमीटर है।
नर्मदा मध्य भारत के मध्य प्रदेश और गुजरात राज्य
में बहने वाली एक प्रमुख नदी है। महाकाल पर्वत के अमरकण्टक शिखर से
नर्मदा नदी की उत्पत्ति हुई है। इसकी लम्बाई प्रायः 1310 किलोमीटर है। यह नदी पश्चिम की तरफ जाकर खम्बात की खाड़ी
में गिरती है।
यमुना भारत की एक नदी है। यह गंगा नदी की सबसे
बड़ी सहायक नदी है जो यह यमुनोत्री नामक जगह से निकलती है और प्रयाग में
गंगा से मिल जाती है। इसकी प्रमुख सहायक नदियों में चम्बल, सेंगर, छोटी सिन्ध, बतवा और केन उल्लेखनीय हैं।
महानदी छत्तीसगढ़ तथा उड़ीसा अंचल की सबसे बड़ी नदी है।
प्राचीनकाल में महानदी का नाम चित्रोत्पला था। महानन्दा एवं नीलोत्पला
भी महानदी के ही नाम हैं। महानदी का उद्गम रायपुर के समीप धमतरी जिले में
स्थित सिहावा नामक पर्वत श्रेणी से हुआ है। इस नदी को 'उड़ीसा का शोक' भी कहा जाता है, जिसका कारण इसकी बाढ़ विभीषिका
है।
सतलुज उत्तरी भारत में बहनेवाली एक सदानीरा नदी
है। इसका पौराणिक नाम शतद्रु है। जिसकी लम्बाई पंजाब में बहने वाली पाँचों
नदियों में सबसे अधिक है। यह पाकिस्तान में होकर बहती है।
कावेरी कर्नाटक तथा उत्तरी तमिलनाडु में बहनेवाली
एक सदानीरा नदी है। इसे दक्षिण भारत की गंगा भी कहा जाता है। यह पश्चिमी
घाट के पर्वत ब्रह्मगिरी से निकली है। इसकी लम्बाई प्रायः 800 किलोमीटर है।
गोदावरी दक्षिण भारत की एक प्रमुख नदी है| इसकी उत्पत्ति पश्चिमघाट की पर्वत श्रेणी
के अन्तर्गत त्रिम्बक पर्वत से हुई है। इसकी लम्बाई प्रायः 1450 किलोमीटर है। इस नदी का पाट बहुत बड़ा है। गोदावरी की उपनदियों में प्रमुख हैं
प्राणहिता, इन्द्रावती,
मंजिरा. यह महाराष्ट,तेलंगना और आंध्र प्रदेश से बहते हुए राजहमुन्द्री शहर के समीप बंगाल की खाड़ी मे जाकर मिलती
है।
कृष्णा भारत में बहनेवाली एक नदी है। यह पश्चिमी
घाट के पर्वत महाबालेश्वर से निकलती है। इसकी लम्बाई प्रायः 1290 किलोमीटर है। यह दक्षिण-पूर्व में बहती हुई बंगाल की खाड़ी
में जाकर गिरती है।
चंबल नदी मध्य भारत में यमुना नदी की सहायक नदी
है। यह नदी "जानापाओ पर्वत " महू से निकलती है। इसका प्राचीन नाम
"चरमवाती " है। इसकी सहायक नदिया शिप्रा, सिंध, कलिसिन्ध, ओर कुननों
नदी है।
झेलम उत्तरी भारत में बहनेवाली एक नदी है।
वितस्ता झेलम नदी का वास्तविक नाम है। कश्मीरी भाषा में इसे व्यथ कहते हैं।
इसका उद्भव वेरीनाग नामी नगर में है।
कोसी नदी नेपाल में हिमालय से निकलती है और
बिहार में भीम नगर के रास्ते से भारत में दाखिल होती है। इसमें आने वाली बाढ
से बिहार मेंबहुत तबाही होती है जिससे इस नदी को 'बिहार का अभिशाप' कहा जाता है।
रावी उत्तरी भारत में बहनेवाली एक नदी है। इसका
पौराणिक नाम परुष्णी है।
बेतवा भारत के मध्य प्रदेश राज्य में बहने वाली एक नदी है। यह यमुना की सहायक नदी है।
यह मध्य-प्रदेश में भोपाल से निकलकर उत्तर-पूर्वी दिशा में बहती हुई
भोपाल, विदिशा, झाँसी, ललितपुर आदि जिलों में होकर बहती है। इसके ऊपरी भाग
में कई झरने मिलते हैं किन्तु झाँसी के निकट यह काँप के मैदान में धीमे-धीमें
बहती है। इसकी सम्पूर्ण लम्बाई 480 किलोमीटर है। यह बुंदेलखण्ड पठार की सबसे लम्बी नदी है। यह हमीरपुर के निकट यमुना
में मिल जाती है। इसके किनारे सांची और विदिशा के प्रसिद्ध व सांस्कृतिक नगर
स्थित हैं।
घाघरा उत्तरी भारत में बहनेवाली एक नदी है। यह
गंगा नदी की प्रमुख सहायक नदी है। यह दक्षिणी तिब्बत के ऊंचे पर्वत शिखरों से
निकलती है जहाँ इसका नाम कर्णाली है। इसके बाद यह नेपाल से होकर बहती हुई भारत
के उत्तर प्रदेश एवं बिहार में प्रवाहित होती है।
भागीरथी भारत की एक नदी है। यह उत्तराखंड में से
बहती है और देवप्रयाग में अलकनंदा से मिलकर गंगा नदी का निर्माण करती है। भागीरथी गोमुख स्थान से
२५ कि॰मी॰ लम्बे गंगोत्री हिमनद से निकलती है।
गंडक बिहार और नेपाल में बहने वाली एक नदी का
नाम है। इस नदी को नेपाल मे सालिग्रामि और मैदान मे नारायनी कहते है यह
पटना के निकट गंगा मे मिल जाती है। इस नदी की लम्बाई लगभग १३१० किलोमीटर
होगी। गंडक
नदी, 'नारायणी' नदी भी कहलाती है।
ताप्ती पश्चिमी भारत की प्रसिद्ध नदी है। यह मध्य
प्रदेश राज्य के बैतूल जिले से निकलकर सतपुड़ा पर्वतप्रक्षेपों के मध्य
से पश्चिम की ओर बहती हुई महाराष्ट्र के खानदेश के पठार एवं सूरत के
मैदान को पार करती और अरब सागर में गिरती है।
दामोदर पश्चिम बंगाल तथा झारखंड में बहने वाली एक
नदी है। इस नदी के जल से एक महत्वाकांक्षी पनबिजली परियोजना दामोदर घाटी
परियोजना चलाई जाती है जिसका नियंत्रण डी वी सी करती है।
सोन नदी या सोनभद्र नदी भारत के मध्य प्रदेश राज्य
से निकल कर उत्तर प्रदेश, झारखंड के पहाड़ियों से गुजरते हुए वैशाली जिले के सोनपुर में जाकर गंगा नदी में मिल
जाती है। यह बिहार की एक प्रमुख नदी है।
चिनाब नदी या चंद्रभागा नदी भारत के हिमाचल
प्रदेश के लाहौल एवं स्पीति जिला में दो नदियों चंद्र नदी एवं भागा नदी के
संगम से बनी है। यह आगे जम्मू व कश्मीर से होते हुए पाकिस्तान में सिंधु
नदी से जाकर मिलती है
रामगंगा नदी भारत की एक प्रमुख नदी हैं। रामगंगा
नदी लघु हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं से निकलती है। यह नदी उत्तराखंड के
गढ़वाल ज़िले के कुमाऊ क्षेत्र हिमालय श्रेणी के दक्षिणी भाग से नैनीताल के
निकट निकलती हुई उत्तर प्रदेश में बहती है।
केन यमुना की एक उपनदी या सहायक नदी है जो
बुन्देलखंड क्षेत्र से गुजरती है। दरअसल मंदाकिनी तथा केन यमुना की अंतिम
उपनदियाँ हैं क्योंकि इस के बाद यमुना गंगा से जा मिलती है।
अलकनन्दा नदी गंगा की सहयोगी नदी हैं। यह गंगा के
चार नामों में से एक है। चार धामों में गंगा के कई रूप और नाम हैं।
गंगोत्री में गंगा को भागीरथी के नाम से जाना जाता है, केदारनाथ में मंदाकिनी और बद्रीनाथ में अलकनन्दा।
ब्यास पंजाब हिमाचल में बहने वाली एक प्रमुख नदी
है। नदी की लम्बाई 470
किलोमीटर है। पंजाब की पांच प्रमुख नदियों में से
एक है। इसका उल्लेख ऋग्वेद में केवल एक बार है। बृहद्देवता में शतुद्री या
सतलुज और विपाशा का एक साथ उल्लेख है।
माही नदी पश्चिमी भारत की एक प्रमुख नदी हैं। माही
का उद्गम ग्वालियर के समीप हुआ है। यह दक्षिणी अरावली में जयसमन्द झील से
प्रारम्भ होती है।
लूनी नदी भारत की एकमात्र अन्तर्वाही नदी हैं। यह
नदी अरावली पर्वत के निकट आनासागर से उत्पन्न होकर दक्षिण पश्चिम
क्षेत्र में प्रवाहित होते हुए कच्छ के रन में जाकर मिलती है।
तवा नदी मध्यप्रदेश की एक प्रमुख
नदीहैं। इसका उदगम मुलताई पर्वत बैतूल जिले से निकलती है। होशंगाबाद मे मध्यप्रदेश का सबसे लंबा
बाँध तवा बाँध है। होशंगाबाद मे नर्मदा से मिल जाती है।
क्षिप्रा,
मध्यप्रदेश में बहने वाली एक
प्रसिद्ध और ऐतिहासिक नदी है। यह भारत की पवित्र नदियों में एक है। उज्जैन में कुम्भ
का मेला इसी नदी के किनारे लगता है। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक
ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वरम् भी यहां ही है।
बनास एक मात्र ऐसी नदी है जो संपूर्ण चक्र
राजस्थान में ही पूरा करती है। बन + आस अर्थात बनास अर्थात के रुप में जानी जाने
वाली यह नदी उदयपुर जिले के अरावली पर्वत श्रेणियों में कुंभलगढ़ के पास
खमनौर की पहाड़ियों से निकलती है।
पद्मा एक नदी है जो बांग्लादेश में गंगा की
मुख्य धारा है। अर्थात् गंगा नदी बांग्लादेश में प्रवेश करते ही 'पद्मा' के नाम से जानी जाती है।
बागमती नेपाल और भारत की एक बहुत महत्त्वपूर्ण नदी
है। इस नदी के तट पर काठमांडू अवस्थित है। नेपाल का सबसे पवित्र तीर्थ
स्थल पशुपतिनाथ मंदिर भी इसी नदी के तट पर अवस्थित है। इस नदी का उद्गम
स्थान बागद्वार है।
राप्ती नदी मध्य नेपाल के दक्षिणी भाग की निचली
पर्वतश्रेणियों में प्यूथान नगर के उत्तर से निकलती है।
काली नदी भारत के उत्तराखंड राज्य में बहने वाली एक
नदी है। इस नदी का उद्गम स्थान वृहद्तर हिमालय में ३,६०० मीटर की ऊँचाई पर स्थित कालापानी नामक स्थान पर है,
जो उत्तराखंड राज्य के पिथौरागढ़
जिले में है।
तुंगभद्रा नदी दक्षिण भारत में बहने वानी एक पवित्र नदी
हैं। यह कर्नाटक एवं आन्ध्र प्रदेश में बहती हुई आन्ध्र प्रदेश में एक बड़ी नदी कृष्णा नदी में
मिल जाती है। रामायण में तुंगभद्रा को पंपा के नाम जाना जाता था।
सरयू नदी हिमालय से निकलकर उत्तरी भारत के गंगा
मैदान में बहने वाली नदी है जो बलिया और छपरा के बीच में गंगा में मिल जाती है। अपने ऊपरी भाग
में, जहाँ इसे काली नदी के
नाम से जाना जाता है, यह
काफ़ी दूरी तक भारत और नेपाल के बीच सीमा बनाती है।
लोहित नदी भारत के अरुणाचल प्रदेश में बहने वाली एक नदी है। यह ब्रह्मपुत्र नदी की एक सहायक नदी है। लोहित नदी पूर्वी तिब्बत के ज़याल छू
पर्वतश्रेणी से निकलती है और अरुणाचल प्रदेश में दो सौ किलोमीटर तक तूफ़ानी वेग से बहने के बाद
असम के मैदानी इलाकों में आ जाती है। खून की नदी के नाम से जानी जाने वाली
यह नदी तूफानी और अशांत है और इसका यह नाम आंशिक रूप से इसकी लाल मिट्टी को कारण
पड़ा है। यह मिश्मी पर्वतमाला से बहती हुई ब्रह्मपुत्र घाटी के मुहाने पर
ब्रह्मपुत्र नदी (अरुणाचल
प्रदेश में जिसे सियांग नदी के नाम से जाना जाता है) में विलय हो जाती है।
इंद्रावती नदी मध्य
भारत की
एक बड़ी नदी है और गोदावरी नदी की सहायक नदी है। इस नदी नदी का उदगम स्थान उड़ीसा के कालाहन्डी जिले के रामपुर
थूयामूल में है। नदी की कुल लम्बाई 240 मील (390 किमी) है| यह नदी प्रमुख रूप से छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर दन्तेवाडा जिले मे प्रवाहित होती है। दन्तेवाडा जिले के
भद्रकाली में इंद्रावती नदी और गोदावरी नदी का सगंम होता है। अपनी पथरीले तल के कारण
इसमे नौकायन संभव नही है। इसकी कई सहायक नदियां हैं, जिनमें पामेर और चिंटा नदियां प्रमुख हैं।
मूसी नदी,
कृष्णा नदी की एक सहायक नदी है जो
भारत के तेलंगाना राज्य बहती है। हैदराबाद नगर मूसी नदी के तट पर खड़ा है और
नदी नगर को पुराने शहर और नए शहर में बांटती है।
पुनपुन भारत के बिहार राज्य में बहने वाली गंगा
की एक सहायक नदी है। मध्य बिहार की पहाड़ियों से निकलने वाली यह नदी पटना
की पूर्वी सीमा बनाती है।
तिस्ता नदी भारत के सिक्किम तथा पश्चिम बंगाल राज्य
तथा बांग्लादेश से होकर बहती है। यह सिक्किम और पश्चिम बंगाल के
जलपाइगुड़ी विभाग की मुख्य नदी है। पश्चिम बंगाल में यह दार्जिलिङ जिले में बहती
है।
साबरमती नदी भारत की एक प्रमुख नदी हैं। साबरमती नदी
पश्चिम भारत के गुजरात राज्य की एक प्रमुख नदी हैँ, जिसके तट पर अहमदाबाद शहर बसा है। धरोई बाँध योजना
साबरमती नदी के उपर बनाई गई है।
धसान नदी मध्य भारत में बहने वाली बेतवा की सहायक
नदी है जो इससे बायें से आकार जुड़ती है। यह नदी मध्य प्रदेश के रायसेन ज़िले से
निकलती है और उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के साथ मध्य प्रदेश की सीमा का
निर्धारण करती है।
कोयना नदी भारत की एक प्रमुख नदी हैं। यह पश्चिमी
घाट से निकलती है।यह महाराष्ट्र के पश्चिमी घाट में स्थित महाबालेश्वर से निकलती है।